"जोधपà¥à¤°, अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रावणा राजपà¥à¤¤ महासà¤à¤¾ जिला जोधपूर के ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ मे पà¥à¤°à¤£à¤¨à¤¾à¤¥ टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ ,रातनाडा.जोधपà¥à¤° मे पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· वीरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिह रावणा ने रावणा राजपà¥à¤¤ समाज के इतिहास ओर षडयतà¥à¤° को लेकर पà¥à¤°à¥‡à¤¸ वारà¥à¤¤à¤¾ की । रावणा ने बताया.कि रियासतकाल मे जो राजपà¥à¤¤ à¤à¥à¤®à¤¿à¤¹à¤¿à¤¨ हो गये ओर परà¥à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤¥à¤¾ कायम नही रख पाये उस राजपà¥à¤¤ वरà¥à¤— ने अपने.ही à¤à¤¾à¤ˆà¤¯à¥‹ के पास दरोगा,हजà¥à¤°à¥€ ,वजीर जैसे महतà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¥à¤£ पदो पर कारà¥à¤¯ किया या फिर कृषक के रà¥à¤ª मे कारà¥à¤¯ कर अपने परिवार का à¤à¤°à¤£ पोषण किया ,à¤à¤¸à¥‡ राजपà¥à¤¤à¥‹ ने उतà¥à¤°à¥€à¤¸à¤µà¥€ सदी मे अलग पहचान कायम करने के.लिठरावणा राजपूत जाति के रà¥à¤ª मे अपनी.अलग.से.पहचान कायम की कà¥à¤› इतिहासकारो ने à¤à¤¸à¥‡ पिछडे.ओर अशिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ राजपà¥à¤¤à¥‹ के दà¥à¤¸à¤°à¥‡ वरà¥à¤— à¤à¥‚मिहीन राजपà¥à¤¤à¥‹ को शीकà¥à¤·à¤¾ के.कà¥à¤·à¥ˆà¤¤à¥à¤°.मे पाठयकà¥à¤°à¤® की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹ मे षडयंतà¥à¤°à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• अशोà¤à¤¨à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ से परिà¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤ करने का जानबà¥à¤à¤•à¤° पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया जिसे अब रावणा राजपà¥à¤¤ समाज बरà¥à¤¦à¤¾à¤¶à¤¤ नही करेगा । संरकà¥à¤·à¤• जयसिह चौहान,वरिषà¥à¤ उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· नाथà¥à¤¸à¤¿à¤¹ पोपावास,यà¥à¤µà¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ शंकरसिह à¤à¤¾à¤Ÿà¥€ ने बताया कि आगामी 28 सितमà¥à¤¬à¤° को शहिद ठआजम à¤à¤—तसिह की जयनà¥à¤¤à¥€ पर à¤à¥€à¤²à¤µà¤¾à¤¡à¤¾ मे पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ महारैली का आयोजन किया जाà¤à¤—ा । रावणा राजपà¥à¤¤ यà¥à¤µà¤¾ मंच के रविनà¥à¤¦à¥à¤° सिह परिहार,महामंतà¥à¤°à¥€ ननà¥à¤¦à¤¸à¤¿à¤¹ राजावत संगठन महामंतà¥à¤°à¥€ गोपालसिह चौहान,संगठन मंतà¥à¤°à¥€ ननà¥à¤¦à¤¸à¤¿à¤¹ चौहान,यà¥à¤µà¤¾.महामंतà¥à¤°à¥€ शंकरसिह à¤à¤¾à¤Ÿà¥€(जोधपà¥à¤°),à¤à¤‚वरसिह चिराणा सहित समाज के अनेक.पà¥à¤°à¤¬à¥à¤¦à¥à¤œà¤¨à¥‹ ने.à¤à¥€ संबोधित किया ।"