"पांण रावणा राजपà¥à¤¤ समाज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित शà¥à¤°à¥€ वेराई माठखेतरपाल दादा की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤ ा मे कल पà¥à¤°à¥‡ जोरो शौर से पà¥à¤°à¥‡ गाà¤à¤µ में जà¥à¤²à¥‚स निकालने के बाद हवन का आयोजन किया गया जो आज पà¥à¤°à¥à¤£ हà¥à¤† आज पà¥à¤°à¥‡ गाà¤à¤µ को à¤à¥‹à¤œà¤¨ रà¥à¤ª पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से à¤à¤° पेट खिलाया गया और वाव, थराद, दीयोदर, ईढाटा, ढीमा आदी गांवों से पधारे हà¥à¤ महेमानो का à¤à¤¾à¤µ पूरà¥à¤µà¤• सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया। चंदनसिह राठोड सूईगाम ने बताया कि ईस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा मे अंदाजित तीन हजार लोगो ने माठके दरà¥à¤¶à¤¨ का लाठलिया ईस कारà¥à¤¯ को सफल बनाने मे à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤¾à¤µ से यà¥à¤µà¤¾à¤“ ने बहà¥à¤¤ मेहनत की और बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¥€ तरह से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® मंगलमय पà¥à¤°à¥à¤£ हà¥à¤†à¥¤"