"à¤à¥€à¤²à¤µà¤¾à¤¡à¤¾ 13 मई 19 रावणा राजपूत समाज बूंदी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दशम सामूहिक विवाह समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ बिजनà¥à¤¤à¤¾ गांव में गà¥à¤°à¥ माराज के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर आयोजित हà¥à¤†à¥¤ जिसमें समाज के 20 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। सà¥à¤¬à¤¹ 10 बजे समाज की महिलाओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 151 कलश यातà¥à¤°à¤¾ बैंड बाजो की धà¥à¤¨ के साथ निकाली गई, जो गांव के मà¥à¤–à¥à¤¯ मारà¥à¤— से होते हà¥à¤ सामà¥à¤¹à¤¿à¤• विवाह समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ सà¥à¤¥à¤² पर पहà¥à¤šà¥€ जहां पर à¤à¤—वान की महा आरती की गई। दोपहर में विवाह के आयोजन के दौरान दूलà¥à¤¹à¥‡ की बिंदोरी निकाली गई साथ ही दूलà¥à¤¹à¥‡ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तोरण की व विवाह समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ मे दूलà¥à¤¹à¥‡-दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¨à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤•-दूसरे को वरमाला पहनाई गई। समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पंडितो दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दूलà¥à¤¹à¥‡-दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¨à¥‹à¤‚ को सात फेरों के बंधन में बंधने के लिये विधिवत मंतà¥à¤°à¥‹à¤šà¥à¤šà¤¾à¤° के साथ फेरो की रसà¥à¤® की गई। वर-वधà¥à¤“ ने à¤à¤•-दूजे के संग रहने के साथ में लिठसात वचन के साथ ही विवाह की रसà¥à¤® पूरà¥à¤£ हà¥à¤ˆà¥¤ इस सामूहिक विवाह समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ की शोà¤à¤¾ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये शà¥à¤°à¥€ अखिल रावणा राजपूत सेवा संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, à¤à¥€à¤²à¤µà¤¾à¥œà¤¾ जिलाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· राम सिंह चौहान महिला जिलाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· निशा कंवर गौड़, रावणा राजपूत समाज,अजमेर, जिलाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शकर सिंह राठौड़ ने इस आयोजन में शिरकत की व नव-दमà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया व समाज को à¤à¤•à¤œà¥à¤Ÿ होकर रहने के लिये समाज से आगà¥à¤°à¤¹ किया। इस सामूहिक विवाह समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में शामिल हà¥à¤ अतिथियों का समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ समिति के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¤¹à¥à¤²à¤¾à¤¦ सिंह व सदसà¥à¤¯ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह, विजय सिंह ने अतिथियों का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। इस समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में सेकड़ो की तादाद में समाज बंधॠपधारे व वर-वधà¥à¤“ को आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ दिया।"