"सिवाना,शà¥à¤°à¥€ रावणा राजपूत सेवा संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के नव मनोनीत पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ यà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤•à¥à¤· पहाड़सिंह कà¥à¤£à¥à¤¡à¤² का गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को उनके पैतृक गांव पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ पर 36 कोम के लोगो ढोल धमाके के साथ साफा और माला पहनाकर à¤à¤µà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। जिला यà¥à¤µà¤¾ महामंतà¥à¤°à¥€ तगसिंह सिणेर ने बताया कि पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ यà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤•à¥à¤· बनने के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव कà¥à¤£à¥à¤¡à¤² पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ पर गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£à¥‹à¤‚ ने à¤à¤µà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤—त कर जयकारे लगाते खà¥à¤¶à¥€ से à¤à¥‚मते हà¥à¤ हà¥à¤ कà¥à¤£à¥à¤¡à¤² को गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£à¥‹à¤‚ ने कंधे पर उठा लिया तथा साफा और माला पहनाकर सà¥à¤µà¤¾à¤—त कर बधाई दी तथा उजà¥à¤œà¥à¤µà¤² à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ दी। इस अवसर गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£à¥‹à¤‚ को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ यà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤•à¥à¤· पहाड़सिंह कà¥à¤£à¥à¤¡à¤² ने कहा कि मà¥à¤à¥‡ जो समाज ने पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ दी है। उस पर पूरी तरह से खरा उतरने की कोशिश करूंगा साथ ही आप सबकी पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से संगठन को मजबूत करूà¤à¤—ा और गांव के हर कारà¥à¤¯ मे सदैव तैयार रहूंगा। इस अवसर पर उनके साथ सिवाना तहसील अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· वेलसिंह चौहान, तहसील उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· धरà¥à¤®à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¹ मवड़ी, मदनसिंह कà¥à¤¸à¥€à¤ª , छैलसिंह परिहार,खीमसिंह कà¥à¤£à¥à¤¡à¤², गंगासिंह सोलंकी, मंगलसिंह सोलंकी, नागसिंह सोलंकी ईशà¥à¤µà¤° नाथ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ,जोग सिंह धवेचा,राजू सिंह धवेचा, दलपत सिंह धवेचा ,केरे खान , समसूदिन मंगला राम नाई ,सà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¾à¤® गडूका राम देवासी ,उकाराम मेगवाल ,हरिराम à¤à¥€à¤² ,मोहन सिंह माà¤à¤—ी ,चावल सिंह कांखी ,अरà¥à¤œà¥à¤¨ सिंह ,ओम सिंह पादरू सहित सैकड़ों गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ मौजूद थे। मवड़ी में à¤à¥€ हà¥à¤† सà¥à¤µà¤¾à¤—त- पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ यà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤•à¥à¤· पहाड़सिंह कà¥à¤£à¥à¤¡à¤² के सिवाना से कà¥à¤£à¥à¤¡à¤² जाते वकà¥à¤¤ मवड़ी गांव में रावणा राजपूत समाज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ साफा और माला पहनाकर à¤à¤µà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया इस अवसर पर धरà¥à¤®à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¹ मवड़ी, पूनमसिंह सोलंकी, विरमसिंह चौहान, बाबूसिंह सोलंकी, महावीरसिंह दहिया, मनोहरसिंह सिंधल आदि मौजूद रहे।"